साइबर धोखाधड़ी क्या है और इससे बचाव के तरीके what is cyber crime or Online Fraud ?

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डिजिटल होती दुनिया चोरी करने के तरीको में भी क्रांति लायी है पुराने समय में चोरी और डकैती हुआ करती थी उसके लिए चोरो या फिर डाकुओ को किसी के घर का बैंक में जाना होता था फिर वहाँ जो भी सामान या रुपया पैसा मिलता वह सब वो लोग लूट कर ले जाते थे मगर जब से यह डिजिटल युग का आरंभ हुआ है तब से चोर डाकुओ को कही जाने की आवशयकता नहीं होती है कही पर भी बैठ कर इंटरनेट के माध्यम से वह बड़ी ही आसानी से चोरी कर सकते है। आपकी एक छोटी सी लापरवाही भी आपका बैंक एकाउंट खाली करा सकती है। आज हम आपको साइबर क्राइम और उससे बचाव के तरीको के बारे में बताने वाले है।

cyber fraud
Image credit:-Indian Express

ऑनलाइन फ्रॉड क्या होता है ? Online Fraud kya hai ?

जब कंप्यूटर और इंटरनेट का आविष्कार किया गया तो शायद ही किसी ने सोचा होगा की इसका इस्तेमाल गलत कार्यो में भी कर सकते है। मगर जब से इंटरनेट का उपयोग बड़ा है तब से इसका दुरूपयोग भी बहुत हुआ है बल्कि यू कह लो की जितना इसका उपयोग हुआ है उससे ज्यादा इसका दुरूपयोग ही हुआ हैं। जब कोई इंटरनेट के माध्यम से अपने फायदे के लिए दुसरो के खाते से पैसा बिना उसकी मर्ज़ी के चोरी करता है तो इसे साइबर धोखाधड़ी कहते हैं। आज कल दुनिया के हर कोने में ऑनलाइन चोरी हो रही है क्योकि इसमें पैसे चुराने वाले को कही भी जाने की जरुरत नहीं होती है वह एक जगह बैठे बैठे ही कई जगहों से पैसे चुरा सकते है मगर क्या वह आपके पैसे आपकी मर्ज़ी के बिना चुरा सकते है इसका जवाब है बिल्कुल नहीं।

जब भी साइबर ठगी होती है तो उसमे जिम्मेदार खुद खाता धारक होता है क्योकि बिना खाता धारक की अनुमति के बैंक पैसे कही भी नहीं भेजती है जब खुद खाताधारक अनुमति देता है उसके बाद ही बैंक पैसे कही भी भेज देगा जहा आप उसे भेजना चाहोगे। वर्तमान में पैसे भेजने के कई सारे ऑनलाइन माध्यम है जिसमे मुख्य रूप से NEFT, IMPS, RTGS और UPI हैं। इसमें भी सबसे ज्यादा प्रचलन में UPI है क्योकि इसे आप अपने स्मार्टफोन के द्वारा भी यूज़ कर सकते है और इसे उपयोग करना बहुत ही आसान होता है। अधिकतक ऑनलाइन धोखाधड़ी (online fraud activity) इसी के द्वारा अधिक होती है।

क्या ऑनलाइन पैसे भेजना सुरक्षित है ? Online money transfer safe hai ?

जब से बैंको का डिजिटलीकरण हुआ है तब से पैसे किसी को भी भेजना बहुत आसान हो गया है अब आपको बैंको में जाने की जरुरत नहीं होती है अब आप अपने स्मार्टफोन से ही किसी भी व्यक्ति को घर बैठे पैसे भेज सकते हो। स्मार्टफोन में कई सारी एप्प उपलब्ध है जिनके द्वारा आप पैसो को आसानी से भेज सकते है जिसमे मुख्य Paytm, PhonePe, GooglePe और BHIM UPI आदि है। यह सभी एप्लीकेशन UPI के आधार पर कार्य करते हैं।

अब बात आती है की क्या यह सभी एप्लीकेशन पैसे भेजने के लिए सुरक्षित है ? जितनी भी एप्लीकेशन के बारे में आपको ऊपर बताया गया है वह सभी सुरक्षा की दृष्टि से बहुत ही सुरक्षित है। यह तब तक सुरक्षित है जब तक आप स्वयं ही कुछ गलती न करें।आप की छोटी सी लापरवाही आपका बैंक खाता पूरा खली करा सकती है। इसके लिए एक कहावत बिलकुल सही बैठती है जो चीज से विकास होता है विनाश भी उसी से होता है

कैसे होती है साइबर ठगी और इससे कैसे बचे –

साइबर ठगी के वैसे तो कई तरीके है लेकिन कुछ ऐसे तरीके है जिनका प्रयोग वर्तमान में बहुत बाद गया है वही हम आपको बताने जा रहे है –

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1.) कॉल के द्वारा साइबर ठगी :- साइबर ठगी के सबसे ज्यादा मामले कॉल के द्वारा ही होते है। इसमें कोई अज्ञात व्यक्ति आपसे बैंक या कोई सरकारी कर्मचारी बन कर आपकी बैंक डिटेल पूछता है ताकि वह आपकी बैंक KYC कर सके। और फिर वह आपसे OTP (One Time Password) की मांग करेगा अगर आपने उसको आपके फ़ोन में आयी OTP बता दी तो समझ लो की आपका बैंक खाता लगभग खाली हो जायेगा आपने उसको पैसे ट्रान्सफर करने की अनुमति दे दी है। RBI की तरफ से गाइडलाइन भी जारी की गयी है की बैंक का कोई भी कर्मचारी आपको आपकी बैंक डिटेल पूछने के लिए कॉल नहीं करेगा और न ही आपसे कोई otp की मांग करेगा। और न ही आप किसी से भी अपनी बैंक से सम्बंधित कोई भी जानकारी का आदान प्रदान करें। अगर बैंक का कोई भी कर्मी आपसे ऐसी डिमांड करता है तो आप उसकी कम्प्लेंट पुलिस में कर सकते है।

2.) अज्ञात स्रोतों से प्राप्त ईमेल के द्वारा :- email के जरिये भी कई नामी गिरामी कंपनीओ के नाम से फ़र्ज़ी मेल कर के आप को वह ईनाम का लालच देते है जिसमे दी गयी लिंक को ओपन करने के बाद आप उनके झांसे में फसने लगते है लिंक ओपन करने के बाद वह आपसे आपकी बैंक से सम्बंधित जानकारिया हासिल करते है जैसे ही आप अपनी डिटेल डाल कर फॉर्म को सब्मिट करते है तो आपकी डिटेल उनको प्राप्त हो जाती है। और वो उस डिटेल का इस्तेमाल आपके बैंक एकाउंट को खाली करने के लिए करते है। इसलिए जो भी अज्ञात ई मेल से आपको मेल आती है तो आप उसे सीधे डिलीट कर दीजिये। या किसी भी मेल पर आयी हुई लिंक को ओपन करने से पहले आप सुनिश्चित कर लीजिये की वह लिंक आपके किसी परिचित ने ही भेजा हो।

3.) फर्जी ऑनलाइन शॉपिंग साइट या फिर OLX के द्वारा :- आजकल पुराना सामान को बेचने की प्रसिद्ध साइट olx को भी इन ठगो ने अपना अड्ड़ा बना रखा है। इसमें ठग बहुत ही अच्छे सामान को बहुत कम रेट में बेचने के लिए ऐड लगाते है और जब कोई उस सामान को खरीदने के लिए उनसे संपर्क करता है तो वह उसे ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए मनाते है और कस्टोमेर मान भी जाता है क्योकि वह जानता है की इतनी अच्छी क्वालिटी का सामान इतने कम रेट में कही भी नहीं मिलेगा। इसलिए वह बिना अधिक सोचे तुरंत पेमेंट कर देते है और बाद में उन्हें जब तक इस बात का पता चलता है तब तक बहुत देर हो जाती है। इसलिए कही भी बिना सोचे समझे पेमेंट नहीं करनी चाहिए इससे आपको ही नुकसान होगा और सामने वाला आपका फायदा उठा लेगा। ऐसे ही आज कर सोशल मीडिया में भी बहुत सारे ऐड आते है जिसमे ग्राहकों को बहुत ही ब्रांडेड सामान को भी बहुत सस्ते दामों में बेचने का विश्वास दिलाते है और जब उस शॉपिंग साइट में कोई प्रवेश करता है और वह से कोई खरीददारी करता है तो समझ लो की उसके साथ धोखा होना निश्चित है। इससे बचने के लिए आपको केवल विश्वसनीय वेबसाइट जैसे फ्लिपकार्ट और अमेज़न से ही खरीददारी करनी चाहिए। या फिर कोई नयी साइट से भी खरीददारी करे तो इस बात का ध्यान रखे की आप पेमेंट के ऑप्शन में सिर्फ COD (Cash On Delivery) ही सेलेक्ट करें।

उम्मीद है आपको हमारी ये पोस्ट अच्छी लगी होगी कमेंट कर के जरूर बताएं।

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